पिस्टल अडाकर जान से मारने की धमकी : ठेका कंपनी के चालक से मारपीट, जातिसूचक गाली-गलौच , पीड़ित ने की शिकायत

कोरबा छत्तीसगढ़

कोरबा जिले के कुसमुंडा थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां ठेका कंपनी में कार्यरत एक टीपर चालक के साथ न सिर्फ जातिसूचक गालियां दी गईं, बल्कि पिस्टल अड़ाकर जान से मारने की धमकी भी दी गई। इस घटना को लेकर पीड़ित चालक ने थाना कुसमुंडा में शिकायत दर्ज कराई है और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।

मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम खैरभावना निवासी रोहित कुमार कंवर, जो एसईसीएल कुसमुंडा के अधीन ठेका कंपनी जीके एसोसिएट में टीपर ड्राइवर के रूप में कार्यरत हैं, ने अपनी शिकायत में बताया कि 3 मार्च 2025 को वह प्रथम पाली में ड्यूटी पर थे और पाली समाप्त होने के बाद दोपहर करीब 1:47 बजे अपने टीपर वाहन को 10 नंबर कांटा के पास खड़ा किया था। इसी दौरान जीके एसोसिएट कंपनी के सावन और अभिषेक सिंह अपनी थार गाड़ी से वहां पहुंचे और आते ही उससे गाड़ी का नंबर पूछा, जिस पर उसने 8299 बताया। इसके बाद अभिषेक सिंह आग-बबूला हो गया और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए बोला कि यह गाड़ी यहां क्यों खड़ी की है, हरामखोर, गवार होकर ड्राइवरी कर रहे हो।

आरोप है कि अभिषेक के साथ आए सावन ने भी अत्यंत आपत्तिजनक जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया और अभद्र भाषा में गाली-गलौच करने लगा। यहीं नहीं, आरोपियों की बदसलूकी यहीं नहीं रुकी, बल्कि सावन ने अचानक पिस्टल निकालकर रोहित कुमार के सीने पर अड़ा दी और कहा कि “बहस करेगा रे आदिवासी, ठोक दूंगा”। अचानक पिस्टल अड़ाए जाने से पीड़ित चालक बुरी तरह डर गया और सहम गया। इस दौरान वहां मौजूद कंपनी के अन्य कर्मचारी मोहपाल सिंह, तारा सिंह और देवकुमार पटेल ने भी इस घटना को देखा और सुना, जो इस मामले के प्रत्यक्षदर्शी हैं।

पीड़ित रोहित कुमार कंवर ने इस पूरे घटनाक्रम की लिखित शिकायत थाना कुसमुंडा में दर्ज कराई है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही शिकायत की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन, पुलिस महानिदेशक अटल नगर नया रायपुर, पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर संभाग, पुलिस अधीक्षक कोरबा और जिला कलेक्टर को भी भेजी गई है, ताकि इस मामले में जल्द से जल्द न्याय मिल सके।

पीड़ित ने बताया कि वह एक साधारण चालक है और अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए दिन-रात मेहनत करता है, लेकिन इस तरह की धमकी और जातिगत अपमान से वह मानसिक रूप से आहत और भयभीत है। उसने प्रशासन से अनुरोध किया है कि ऐसे दबंगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और कमजोर वर्ग के लोगों को सुरक्षा का एहसास हो सके।

इस घटना ने पूरे इलाके में आक्रोश पैदा कर दिया है, खासकर मजदूर और चालक समुदाय में भारी नाराजगी देखी जा रही है। लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इस मामले में तत्काल संज्ञान ले और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाए, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे और किसी भी व्यक्ति को जातिगत आधार पर प्रताड़ित करने की हिम्मत न हो। वहीं, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है और गवाहों के बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई करने की बात कही है।

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